महिला उद्यमी के रूप में मेरा सफर आसान नहीं रहा है। युगांडा में युवा उद्यमियों, विशेषकर महिलाओं को अवसर आसानी से नहीं मिलते।
मेरा जन्म और पालन-पोषण दक्षिण पश्चिम युगांडा में काबाले गांव में हुआ। जब मैं बहुत छोटी थी तभी मां ने मुझे टोकरी बुनना, मोती (बीड्स) और ज़ेवर बनाना सिखा दिया था। मेरे पिता अनानास की खेती करते थेI
अपने माता-पिता से मैंने बहुत प्रेरणा ली। मेरी माँ ने मुझे उद्यम कौशल और कारोबारी सिद्धांत सिखाए। मैं स्थानी शराब ‘टोन्टो’ बनाने में उनका हाथ बंटाती थी जिसे वे स्थानीय शराबघरों में बेच देती थीं। इस कारोबार से पैसे कमा कर मां हमारे स्कूल की फीस देती थी और घर की दूसरी ज़रूरतें पूरी किया करती थी।
मेरा परिवार मेरी सेकेंडरी स्कूल की पढ़ाई का खर्च नहीं उठा सकता था, लेकिन एक रिश्तेदार ने मदद का हाथ बढ़ाया ताकि मैं पढ़ाई जारी रख सकूं। उनकी इस दया भावना ने मुझे प्रेरित किया और मुझे कई बातें सिखाईं, जैसे अपने परिवार और समुदाय के प्रति सम्मान और ज़िम्मेदारी का अहसास। तब मुझे नहीं लगता था कि कि मानवीय गरिमा के प्रति ये सम्मान बाद में मेरे जीवन पर इतना गहरा असर डालेगा और कर्मचारियों को संभालने और प्रशिक्षित करते समय मेरा मार्गदर्शन करेगा।.
परिवार की पहली संतान होने के नाते मुझे अपने भाई-बहनों के लिए मिसाल कायम करनी थी। मुझे उनका रोल मॉडल बनना था।
अपनी पूरी पढ़ाई के दौरान मैं जानती थी कि गरीबी का दुष्चक्र तोड़ने का एक ही तरीका है कि कड़ी मेहनत की जाए और जल्दी से जल्दी पैसा कमाया जाए। इसलिए सेकेंडरी की पढ़ाई पूरी करने के बाद मैं अपनी बचत से पुराने कपड़े बेचने लगी। अवकाश के दौरान मैंने अफ्रीकन मेडिकल रीसर्च फाउन्डेशन के साथ यूथ कॉर्डिनेटर के रूप में स्वेच्छा से काम भी किया।
माकिरेरे यूनिवर्सिटी में प्रवेश करने के बाद मैंने अपनी माँ के सिखाए कौशल के सहारे हाथ से बने ज़ेवर बेचने शुरु कर दिए। मैं यूनिवर्सिटी के ऑफिस से रद्दी कागज़ जमा कर ज़ेवर बनाती थी। मैं तना पैसा कमाने लगी थी कि अपना खर्च निकालने सकूं और मेरे भाई-बहनों की फीस देने में अपने माता-पिता की मदद कर सकूं।
2007 में युगांडा सरकार ने प्लास्टिक के थोलों के आयात, बिक्री और उत्पादन पर रोक लगा दी। बहुत से लोगों के पास प्लास्टिक के थैलों का कोई विकल्प नहीं था। तभी मुझे लगा कि मैं जिस रद्दी कागज़ से ज़ेवर बना रही हूँ उससे थैले भी बनाए जा सकते हैं।.
फिर 2009 में मैंने अपने जेवर कारोबार से कमाए हुए 300 अमरीकी डॉलर की मदद से अपनी कम्पनी ओरिबैग्स इनोवेशन्स खोल ली।
अपनी कम्पनी ओरिबैग्स को आगे बढ़ाना आसान काम नहीं था। इसके लिए कड़े संकल्प और बलिदान की ज़रूरत पड़ी। दो साल से भी अधिक समय तक मैंने कोई मुनाफा नहीं कमाया और कारोबार चलाते रहने के लिए मुझे संघर्ष करना पड़ा। इस सफर में मुझे बहुत मदद भी मिली। मेरे संरक्षक और मित्रों ने बहुत सहारा दिया और सलाह भी दी। जब मैंने अपना कारोबारी विचार युगांडा इन्डस्ट्रियल रीसर्च इंस्टिच्यूट के सामने रखा को उन्होंने मुझे काम करने के लिए जगह दे दी। यूआईआरआई के शोधकर्ताओं ने मुझे यह पता लगाने में मदद दी कि केले के रेशे और पुराने कपड़ों जे से स्थानीय रूप से उपलब्ध सामग्री को दोबारा इस्तेमाल करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है।
ओरिबैग्स में अब 19 कर्मचारी हैं: 13 महिलाएं और 6 पुरुष। ओरिबैग्स के लिए मेरा सपना 2020 तक ईस्ट अफ्रीका में पर्यावरण अनुकूल वस्तुओं और सेवाओं की सबसे बड़ी कम्पनी बनाने का था। मुझे खुशी है कि ओरिबैग्स अभी से इस लक्ष्य को हासिल करने लगा है।
मेरे कर्मचारी और मैं अपने हुनरमंद हाथों से कम तकनीक के इस्तेमाल से ज़ीरो कार्बन उत्सर्जन की उत्पादन प्रक्रिया के ज़रिए एक-एक करके बैग बनाते हैं जिनसे मशीनों की सफाई के मुकाबले प्राकृतिक सुंदरता उजागर होती है। हमने कच्चा माल सप्लाई करने वाले किसानों और दूसरे लोगों को सशक्त करने के लिए एक वैल्यू चेन या मूल्य श्रृंखला विकसित की है। दुनिया भर में कागज़ के थैले बनाने वाले उद्योग लकड़ी के रेशे वाला कागज़ इस्तेमाल करते हैं, ओरिबैग्स इनोवेशन में केले के रेशे और कपास के फालतू बचे रोशों जैसी पारम्परिक सामग्री से थैले बनाए जाते हैं।
इतने लम्बे सफर में मैंने बहुत कुछ सीखा है। कारोबार शुरु करने के लिए पहल उसी सब से करते हैं जो आपके पास है। फिर मुझे समझ में आया कि मार्गदर्शन और नेटवर्किंग ज़रूरी है और छोटी शुरुआत करने में ही भलाई है। अपना कारोबार बढ़ाने की चुनौतियों को पार करते हुए जो कौशल विकसित होते हैं उनका कोई मोल नहीं होता।
मेरे विचार में सबसे बड़ी चुनौती यही है कि कुछ महिलाएं अब भी कुछ कामों को हिकारत से देखती हैं। वे भूल जाती हैं कि दुनिया में सबसे सफल कारोबारों की शुरुआत छोटे से हुई थी। अगर हम अपना नज़रिया बदल लें तो दुनियाभर में हर महिला सशक्त हो जाएगी। हमारे चारों तरफ और हमारे समुदायों में तमाम ऐसे स्थानीय अवसर मौजूद रहते हैं जो हमारा जीवन बदल सकते हैं।
सवाल-जवाब
आप अपने बचपन और जीवन के अनुभवों से ऐसे कौन से मूल्य और व्यक्तिगत कौशल बता सकती हैं, जिन्होंने आपको अपना कारोबार जमाने या सुधारने में मदद की?
क्या आपके देश में भी ऐसी चुनौतियां हैं जिन्हें आप कोराबार के हिसाब से हल कर सकती हैं ? याद रखें अकसर किसी समस्या की आड़ में अवसर छिपे हो सकते हैं।
अपने विचारों, समाधानों और कारोबार के बारे में आपकी लम्बी सोच क्या है?
- बाज़ार की समझ: पके समुदाय में ऐसी ज़रूरतें और अवसर होते हैं जिनके समाधान देने के लिए आप अपने व्यक्तिगत और कारोबारी कौशल का उपयोग कर सकते हैं।
- कारोबार बढ़ाना: जो आपके पास है उससे शुरुआत करें, आगे बढ़ते हुए अपनी भूलों औऱ चुनौतियों से सीखें और उस पर ध्यान दें जो आपके लिए क्या फायदेमंद है।
- नेटवर्किंग:ऐसे, ऐसे कौशल वाले और प्रतिभावान लोगों से मदद मांगे और लें जो आपको नए विचारों से आपको प्रेरित कर सकें और अपना कारोबार बढ़ाने में आपकी मदद कर सकें।